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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 18 Mar 2023 4:25 pm IST

नेशनल

'एनआईए' ने पीएफआई के खिलाफ एक के बाद एक चार चार्जशीट की दाखिल, जानिए क्या-क्या लगे आरोप...


आतंकी एवं तोड़फोड़ की गतिविधियों में शामिल रहे संगठनों को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी 'एनआईए' की चार्जशीट में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानि पीएफआई ने भारत को 2047 तक 'इस्लामिक' राज्य बनाने की नापाक मंशा पाली ही, तो वहीं 'आईएस' जैसे वैश्विक आतंकी संगठन भी कई तरह से इस मंशा को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।

एनआईए की पीएफआई से जुड़े 68 आरोपियों के खिलाफ दाखिल की गयी चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि, वे लोग एक खतरनाक रणनीति के जरिए अपने मकसद को पूरा करने में जुटे थे। 

इतना ही नहीं इसके लिए अलग-अलग विंग गठित की गई थी। जांच एजेंसी की एक अन्य चार्जशीट में 'क्रिप्टो-बीटेक-आईईडी' गठजोड़ का भी पता चला है। आईएस अपने गुर्गों को विदेश से क्रिप्टो करेंसी के जरिए फंड ट्रांसफर कर रहा है। आईएस के इशारे पर बीटेक की योग्यता वाले कट्टरपंथी युवा, आईईडी तैयार कर रहे हैं। बता दें कि, एजेंसी ने शुक्रवार को दो अलग केसों में चार्जशीट दाखिल की। 

चार्जशीट में कहा गया है कि, केरल और तमिलनाडु में पीएफआई के 68 कार्यकर्ता भारत को इस्लामिक राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे थे। वहीं अब इन आरोपों के साथ एनआईए के पीएफआई केस में दायर की गई चार्जशीट की संख्या चार हो गई है। पहली चार्जशीट 13 मार्च को जयपुर और दूसरी चार्जशीट हैदराबाद में 16 मार्च को दाखिल की गई थी। 

बताते चलें कि, पीएफआई कार्यकर्ता, मुस्लिम युवाओं को बरगलाकर उन्हें कट्टरपंथ की राह पर ले जा रहे थे। इसके लिए उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग से लेकर आईईडी बनाने, आतंकी हमला करने और फंड जुटाने का प्रशिक्षण दिया गया था।