उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में हो रही बारिश के बाद नदियां उफान पर हैं। गंगा, काली नदी सहित कई नदियाें का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी करने के साथ ही संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। नदी किनारे रह रहे लोगों को अलर्ट रहने की हिदायत भी दी गई।पिथौरागढ़ सीमांत में हो रही भारी बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। हालात यह हैं कि काली नदी ने चेतावनी स्तर पार कर लिया है। वहीं रामगंगा नदी के उफान पर आने से थल के जोग्यूड़ा में भूकटाव शुरू हो गया है। लोगों की कई नाली उपजाऊ भूमि नदी में समा गई है।काली नदी का चेतावनी स्तर 889 मीटर है, जबकि यह 889.40 मीटर पर बह रही है। वहीं गोरी भी चेतावनी स्तर से महज एक मीटर नीचे बह रही है। इसका चेतावनी स्तर 606.80 मीटर है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से किनारे बसी आबादी में दहशत है। वहीं दूसरी ओर, बारिश के बाद गंगा नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है।